Badlapur - judaai Song

Judaai Lyrics



राझण ढूड़न मैं चलिया
राझण मिलया नाहीं 
जिगरा विच अगन लगा के
रब लक़ीरां विच लिख दी जुदाई

खो गया, गुम हो गया
वक़्त से चुराया था जो
अपना बनाया था, हो तेरा, वो मेरा
साथ निभाया था जो, अपना बनाया था

जो दरिया जीनी रे जीनी
जो दरिया जीनी रे जीनी
आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
जो दरिया जीनी रे जीनी
जो दरिया जीनी रे जीनी
हे आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी

ऐसा भी क्या मिलना, साथ हो के तन्हा
ऐसी क्यों सजा हमने है पाई
रांझणा वे, फिर से मुझे जीना
तुझ पे है मरना
फिर से दिल ने दी है ये दुहाई
साजना वे, लकीरों पे लिख दी क्यों जुदाई

हो ग़ैर सा हुआ खुद से भी, ना कोई मेरा
दर्द से कर ले चल यारी, दिल ये कह रहा
खोलूं जो बाहें, बस ग़म ये सिमट रहे हैं 
आँखों के आगे, लम्हें ये क्यों घट रहे हैं 
जाने कैसे कोई सहता जुदाइयाँ

जो दरिया झीनी रे जीनी
जो दरिया झीनी रे जीनी
आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
जो दरिया झीनी रे जीनी
जो दरिया झीनी रे जीनी

हे आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी

राझण ढूड़न मैं चलिया
राझण मिलया नाहीं 
जिगरा विच अगन लगा के
रब लक़ीरां विच लिख दी जुदाई

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